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शारदा यूनिवर्सिटी को 5 दिन का अल्टीमेटम, छात्रा की मौत पर हर सवाल का देना होगा जवाब

ग्रेटर नोएडा: ओडिशा के बालासोर के बाद यूपी के ग्रेटर नोएडा से एक दुखद खबर सामने आई है. यहां के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र में शारदा यूनिवर्सिटी की बीडीएस सेकंड वर्ष की छात्रा ज्योति ने गर्ल्स हॉस्टल मंडेला में आत्महत्या कर ली. सूचना पर पहुंची नॉलेज पार्क कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं, एक सुसाइड नोट भी मिला है. इसमें छात्रा ने अपने शिक्षकों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. बताया जा रहा है कि दो टीचरों को संस्पेंड कर दिया गया है. पुलिस ने दोनों को हिरासत मे ले लिया है. उनसे पूछताछ जारी है.

2009 में हुई थी यूनिवर्सिटी की स्थापना

शारदा यूनिवर्सिटी एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी है, जिसकी स्थापना 2009 में हुई थी. यह यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान है, जिसके ब्रांच आगरा और उज्बेकिस्तान में भी हैं. इस यूनिवर्सिटी में कई सारे कोर्सेज की पढ़ाई होती है, जिसमें बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी यानी बीडीएस (BDS) भी शामिल है.

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, पहले ओडिशा में एक छात्रा को जान देने पर मजबूर किया गया और अब ऐसी ही दुखद घटना ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनि​वर्सिटी में सामने आई है. एक छात्रा ने शिक्षकों पर प्रता​ड़ना का आरोप लगाकर खुदकुशी कर ली. क्या हमारे शैक्षणिक संस्थान हमारे बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं हैं? जहां जिंदगी ही सुरक्षित न हो, वहां वे बेहतर जिंदगी के सपने कैसे देखेंगे? लड़कियां जीवन के हर पड़ाव पर दोगुना संघर्ष करते हुए आगे बढ़ती हैं. ऐसी घटनाएं देश भर की लड़कियों को हतोत्साहित करने वाली हैं. केंद्र सरकार को इन मामलों का संज्ञान लेकर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करनी चाहिए और ऐसे ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि किसी भी कैंपस में ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं.

पीड़िता के परिजनों ने दंत चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष को थप्पड़ मारा.

5 दिन का यूनिवर्सिटी को समय

पीड़ित परिवार और यूनिवर्सिटी प्रशासन के बीच बातचीत हुई. यूनिवर्सिटी ने 5 दिन का समय दिया है. 5 दिन में रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की बात कही है. इतना ही नहीं, मामले में 3 और प्रोफेसर के संलिप्त होने का आरोप. बैठक में पुलिस प्रशासन की टीम भी मौजूद थी. कुल पांच प्रोफेसर पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया है. फिलहाल बैठक के बाद परिवार वाले यूनिवर्सिटी से निकल गए हैं.

सुसाइड नोट से खुलासा

‘अगर मेरी मौत हुई तो इसके लिए PCP और डेंटल मेडिकल के टीचर जिम्मेदार होंगे. महेंद्र सर और शैरी मैम मेरी मौत के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया, मुझे अपमानित किया. उनकी वजह से लंबे समय से डिप्रेशन में हूं. मैं चाहती हूं कि उन्हें भी यही सब सहना पड़े. सॉरी… मैं अब और नहीं जी सकती.’ ये बातें ग्रेटर नोएडा की शारदा यूनिवर्सिटी की छात्रा ज्योति शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में लिखीं. शुक्रवार शाम 7 बजे उसने फांसी लगाकर जान दे दी.

सुसाइड नोट में मौत के जिम्मेदारों के नाम

सुसाइड नोट में छात्रा ने 2 टीचरों को जिम्मेदार बताया है. साथ ही उनके नाम भी बताए. इधर, जब माता-पिता को पता चला कि उनकी बेटी नहीं रही तो वो भी जल्द मौके पर पहुंचे. घटना से परिजन से लेकर छात्रों तक में गुस्सा है. छात्रों ने कॉलेज प्रशासन से जवाबदेही की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच तीखी बहस भी हुई.

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने यूनिवर्सिटी के कुछ लोगों को हिरासत में लिया है और मामले की जांच कर रही है. यूनिवर्सिटी के छात्रों का कहना है छात्रों के ऊपर मेंटली प्रेशर डाला जाता है और ज्योति के ऊपर एक फेक साइन करने का आरोप लगाया गया था, जिसके चलते वह काफी परेशान चल रही थी.

घरवालों का बुरा हाल

रोते हुए मां बोली, “मेरी बेटी दिन में 3-5 बार मुझे और अपने पापा को फोन करती थी. लेकिन कल उसका सिर्फ एक बार कॉल आया. डीएम साहब को सब पता है. सोमवार को हमारी उनसे बात हुई थी. यूनिवर्सिटी ने मेरी बेटी को इतना परेशान किया कि उसने यह कदम उठा लिया.” वहीं, ज्योति का भाई भी आंखों में आंसू लिए बोला, “उसे बार-बार फेल करने की धमकी दी जाती थी. प्रोफेसरों ने उसे मानसिक रूप से तोड़ दिया. यूनिवर्सिटी प्रशासन भी जिम्मेदार है. हम न्याय चाहते हैं.”

सोशल मीडिया पर भड़का गुस्सा

सोशल मीडिया पर लोग वीडियो और फोटो शेयर करके गुस्सा निकाल रहे हैं.

क्या है बालासोर घटना?
ओडिशा के बालासोर की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. एक 20 वर्षीय कॉलेज छात्रा ने 12 जुलाई को खुद को आग लगा ली. इस मामले में राज्य की सियासत गरमा गई. बीजेडी, बीजेपी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आई है. वहीं केस को लेकर खुलासा हुआ है कि छात्रा को कॉलेज के प्रिंसिपल ने मजबूर किया था. प्रिंसिपल चाहते थे कि छात्रा सीनियर प्रोफेसर के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत वापस ले ले. साथ ही, वह प्रोफेसर से माफी भी मांगे, जिसके बाद वह दुखी थी. इधर परिवार ने इस पूरे मामले में पुलिस को शिकायत दी है. FIR में कहा गया है कि छात्रा को प्रिंसिपल के ऑफिस में दोपहर 12 से 12.30 बजे के बीच बुलाया गया था. वह कमरे से निकली और 12.40 बजे तक उसने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली. एफआईआर छात्रा के चचेरे भाई ने दर्ज कराई है.

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