WhatsApp पर आई एक तस्वीर, जैसे ही क्लिक किया अकाउंट से उड़ गए लाखों रुपए, साइबर फ्रॉड का नया तरीका

आखरी अपडेट:
Cyber Fraud News: जबलपुर में प्रदीप जैन को व्हाट्सएप पर भेजी गई फोटो ने 2 लाख 1 हजार रुपये की ठगी का शिकार बना दिया. ठगों ने स्टेगनोग्राफी तकनीक का इस्तेमाल कर फोन हैक किया और बैंक खाते से पैसे निकाले.

साइबर ठगों ने फ्रॉड करने का नया तरीका निकाला है.
नई दिल्ली/देवेश जायसवाल. डिजिटल युग में जहां तकनीक हमारी जिंदगी को आसान बना रही है, वहीं साइबर अपराधी भी नए-नए तरीकों से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. हाल ही में जबलपुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक व्यक्ति को व्हाट्सएप पर भेजी गई एक साधारण सी फोटो ने 2 लाख 1 हजार रुपये की चपत लगा दी. इस ठगी में अपराधियों ने स्टेगनोग्राफी (Steganography) नामक तकनीक का इस्तेमाल किया, जिसने न केवल पीड़ित को हैरान कर दिया, बल्कि साइबर सुरक्षा के प्रति लोगों में जागरुकता की जरूरत को भी उजागर किया.
क्या हुआ था घटना में?
28 मार्च को जबलपुर के कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले प्रदीप जैन अपने घर पर थे, जब सुबह 9 बजे उन्हें एक अनजान नंबर (9827832213) से कॉल आई. कॉल करने वाले ने व्हाट्सएप पर एक बुजुर्ग व्यक्ति की फोटो भेजी और पूछा, “क्या आप इस शख्स को जानते हैं?” प्रदीप ने पहले इस मैसेज को नजरअंदाज किया, लेकिन जब दोबारा उसी नंबर से कॉल आई, तो उन्होंने गुस्से में जवाब दिया कि वह उस व्यक्ति को नहीं जानते और कॉल काट दी. इसके बाद दोपहर 1:35 बजे फिर से कॉल आई और प्रदीप को फोटो पर क्लिक करने के लिए उकसाया गया. जिज्ञासावश प्रदीप ने फोटो पर क्लिक किया, जिसके बाद उनका फोन हैक हो गया.
कुछ ही देर में प्रदीप के बैंक खाते से 2 लाख 1 हजार रुपये गायब हो गए. ठगों ने हैदराबाद में एक एटीएम से उनके खाते से पैसे निकाले. जब केनरा बैंक ने ट्रांजेक्शन को वेरिफाई करने के लिए कॉल किया, तो ठगों ने प्रदीप की आवाज की नकल करके कॉल का जवाब दिया और बैंक को भरोसा दिला दिया कि यह लेनदेन वैध है.
स्टेगनोग्राफी तकनीक के इस्तेमाल से कैसे होती है ठगी
पहले ठग ओटीपी और फिशिंग लिंक के जरिए ठगी करते थे. जब लोग इनसे सतर्क हो गए, तो अब वे स्टेगनोग्राफी नाम की तकनीक का सहारा ले रहे हैं. इसमें एक साधारण दिखने वाली फोटो में छिपा हुआ लिंक होता है, जो क्लिक करने पर अपने आप एक ऐप डाउनलोड कर देता है. यह ऐप ठगों को मोबाइल का पूरा एक्सेस दे देता है, जिससे वे बैंक खाते से पैसे चुरा लेते हैं.