Prayagraj Varanasi Flood News: प्रयागराज, वाराणसी डूब गया! बाढ़, बारिश और सैलाब का ट्रिपल अटैक

प्रयागराज में खतरे से ऊपर बह रही यमुना
उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना, घाघरा, बेतवा, शारदा, गंडक नदी खतरे के निशान की ऊपर बह रही है. गंगा नदी बदायूं, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, फर्रुखाबाद जिले में खतरे के निशान की ऊपर बह रही है, तो वहीं यमुना नदी औरैया जिले में, जालौन, हमीरपुर, बांदा, प्रयागराज में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. बेतवा नदी हमीरपुर जिले में तो वहीं शारदा नदी लखीमपुर खीरी जिले में, घाघरा नदी अयोध्या जिले में और गंडक नदी कुशीनगर जिले में खतरे के निशान से 0.50 मी. ऊपर बह रही है. पिछले 24 घंटे की बात करें तो प्रदेश में 36.8 मिलीमीटर वर्षा हुई है. 25 जिलों में अधिक वर्षा हुई है.
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले की 123 गांव और 54 वार्ड इस वक्त बाहर से प्रभावित हैं. गंगा और यमुना नदी लगातार निचले इलाके को अपनी चपेट में ले रही है. हर दिन यहां गंगा और जमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है. सबसे ज्यादा मिर्जापुर जिले के 337 गांव और 6 वार्ड बाढ़ की चपेट में है तो उसके बाद तीर्थराज प्रयागराज की 123 गांव और 54 वार्ड के लोग बाहर से प्रभावित हैं. प्रयागराज के नैनी इलाके का निचला क्षेत्र बाढ़ की चपेट में है तो वहीं फाफामऊ के तरफ भी बाढ़ से खेत खलिहान डूब गए है. गंगापुर इलाके और छोटा बघाड़ा इलाके में हमारे संवाददाता अमित कुमार सिंह ने लोगों से बातचीत की और इलाके का जायजा लिया.
बलिया में गंगा जी का बढ़ रहा पानी
वहीं बलिया में लगातार बढ़ रहे गंगा नदी के जलस्तर के कारण अब निचले इलाके में भी पानी प्रवेश कर चुका है, जिसके कारण लगभग 60 हजार आबादी पानी में घिरी हुई है. घिरे हुए पानी में बाढ़ पीड़ित व छात्राओं ने कहा कि नाव की व्यवस्था नहीं है, जिसकी वजह से 5 दिन से पढ़ने नही जा रहे हैं. यही नहीं अब तक राहत किट भी उपलब्ध भी नहीं हो पा रहा है.