New UP DGP, Who is IPS Rajeev Krishna: UP के नए DGP ने IIT से की है पढ़ाई, पत्नी हैं IRS अधिकारी, नोएडा से है खास कनेक्शन

नई यूपी डीजीपी, आईपीएस राजीव कृष्णा: उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी पुलिस का नया मुखिया घोषित कर दिया है. 31 मई की शाम यूपी पुलिस के लिए एक नया चैप्टर शुरू हुआ. पुराने डीजीपी प्रशांत कुमार रिटायर हो गए और उनकी जगह 1991 बैच के आईपीएस अफसर राजीव कृष्ण को नया डीजीपी बनाया गया. ये खबर जैसे ही आई, हर तरफ चर्चा शुरू हो गई. उसके बाद राजीव कृष्ण का नाम सुर्खियों में है.आइए आपको बताते हैं कि राजीव कृष्ण कौन हैं और आईपीएस कब बने? वह कहां के रहने वाले हैं?
कौन है ips राजीव कृष्ण: कौन हैं राजीव कृष्ण?
तो आपको बता दें कि यूपी के नए डीजीपी राजीव कृष्ण मूल रूप से गौतमबुद्धनगर के रहने वाले हैं.
26 जून 1969 को जन्मे राजीव कृष्ण ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. उन्होंने आईआईटी रुड़की (IIT Roorkee) से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशंस इंजीनियरिंग की डिग्री ली. राजीव ने 1985 से 1989 के बीच आईआईटी रुड़की से बीई किया, लेकिन उनका सपना कुछ और था.उन्होंने सिविल सर्विसेज में जाने की ठान ली और 1991 में वो सपना सच हो गया.उन्होंने बीई के बाद यूपीएससी सिविल सर्विसेज की जमकर तैयारी की. वर्ष 1991 में वह यूपीएससी की परीक्षा पास करके आईपीएस बन गए.
IPS Rajeev Krishna Career: कई जिलों के रहे पुलिस कप्तान
यूपी पुलिस में उनकी नियुक्ति 15 सितंबर 1991 को हुई.अपने करियर में राजीव ने लखनऊ समेत कई जिलों में पुलिस कप्तान की जिम्मेदारी संभाली. वह मथुरा, इटावा, फर्रुखाबाद, बुलंदशहर, आगरा, नोएडा, और लखनऊ जैसे जिलों के पुलिस कप्तान रहे. लखनऊ के एसपी, आगरा के डीआईजी और मेरठ में आईजी भी रहे. इसके अलावा वह आईजी पीएसी हेड क्वार्टर और आईजी पीएसी मध्य जोन के पदों पर भी काम कर चुके हैं. 19 अगस्त 2023 को उन्हें लखनऊ का एडीजी बनाया गया. उनकी बहादुरी के लिए उन्हें दो बार राष्ट्रपति का गैलेंट्री अवॉर्ड भी मिला. तीन दशक से ज्यादा का करियर पीछे छोड़ चुके राजीव अब यूपी के डीजीपी बन गए हैं.
Who is IPS Rajeev Krishna, New UP DGP: यूपी के नए डीजीपी राजीव कृष्ण कब बने थे आईपीएस?
IPS राजीव कृष्णा कहानी: आतंकवाद के खिलाफ जंग और बॉर्डर की सुरक्षा
राजीव ने आतंकवाद के खिलाफ भी बड़ा काम किया. यूपी में एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड को उनकी अगुवाई में ही लॉन्च किया गया. इसके अलावा वो बीएसएफ में आईजी ऑपरेशंस के पद पर भी रहे. उन्होंने इंडो-पाक और इंडो-बांग्लादेश बॉर्डर पर चार साल तक तैनाती दी, जहां उन्होंने सेंसर बेस्ड बॉर्डर मैनेजमेंट सिस्टम लॉन्च किया. जम्मू-कश्मीर में भी वो आईजी बीएसएफ के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं.
Ips rajeev Krishna up dgp:11 सीनियर्स को छोड़ा पीछे
यूपी के नए डीजीपी राजीव कृष्ण ने यह मुकाम अपने 11 सीनियर्स को पीछे छोड़कर हासिल किया है.
राजीव को डीजीपी बनाने के लिए सरकार ने 11 सीनियर आईपीएस अफसरों को सुपरसीड किया. ये अपने आप में एक बड़ा फैसला है. राजीव अभी डीजी विजिलेंस थे और डीजी इंटेलिजेंस के साथ-साथ पुलिस भर्ती बोर्ड के चेयरमैन की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे. उनकी साफ-सुथरी छवि और शासन का भरोसा ही उन्हें इस मुकाम तक लाया. उनकी रिटायरमेंट में अभी चार साल और एक महीना बाकी है, यानी जून 2029 तक वो यूपी पुलिस की कमान संभाल सकते हैं.
UP New DGP: सिपाही भर्ती के बने हीरो
राजीव का नाम तब खूब सुर्खियों में आया जब यूपी में सिपाही भर्ती का पेपर लीक हो गया था. 60,244 पदों के लिए हुई इस परीक्षा में हंगामा मच गया था. सरकार ने राजीव को भर्ती बोर्ड का चेयरमैन बनाकर मैदान में उतारा. राजीव ने आते ही पूरा सिस्टम दुरुस्त किया और परीक्षा को दोबारा सफलतापूर्वक संपन्न कराया. लोग उन्हें ‘सिपाही भर्ती का हीरो’कहने लगे. डीजपी बनने के पीछे एक यह भी कारण माना जा रहा है.
IPS राजीव कृष्ण की पत्नी कौन है, DGP: राजीव की पत्नी हैं IRS अफसर
राजीव की पर्सनल लाइफ भी कम इंटरेस्टिंग नहीं.उनकी पत्नी मीनाक्षी सिंह एक सीनियर आईआरएस अफसर हैं और लखनऊ में आयकर विभाग के मुख्यालय में तैनात हैं. दोनों की जोड़ी को लोग पावर कपल कहते हैं. राजीव की सादगी और मेहनत ने उन्हें हमेशा लोगों का फेवरेट बनाया है.
UP Ex DGP Prashant Kumar: प्रशांत कुमार की रिटायरमेंट और नई शुरुआत
लंबे वक्त से यूपी पुलिस की कमान संभालने वाले प्रशांत कुमार आज रिटायर हो गए. पिछले हफ्ते से ये कयास लग रहे थे कि शायद उनकी सर्विस को एक्सटेंशन मिल जाए. सूत्रों की मानें तो आखिरी वक्त तक इस बात पर चर्चा चल रही थी, लेकिन सरकार ने सबको चौंकाते हुए राजीव कृष्ण के नाम पर मुहर लगा दी. प्रशांत कुमार ने अपने कार्यकाल में कई बड़े काम किए पर अब वक्त था एक नए चेहरे को मौका देने का. और वो चेहरा हैं राजीव कृष्ण,जो अब यूपी पुलिस को नई दिशा देंगे.अब जबकि राजीव यूपी के डीजीपी बन गए हैं,सबकी नजरें उन पर हैं.प्रशांत कुमार के रिटायरमेंट के बाद ये नई पारी उनके लिए एक बड़ा मौका है. उनकी काबिलियत और अनुभव को देखते हुए उम्मीद है कि वो यूपी पुलिस को और मजबूत करेंगे.राजीव कृष्ण उन तमाम युवाओं के लिए एक मिसाल हैं जो आईपीएस बनने का ख्वाब देखते हैं.