Kanpur News : हरिद्वार और नरोरा से छोड़ा गया गंगा में 1.7 लाख क्यूसेक… कानपुर में मचा हड़कंप! बिठूर, गंगापुर पर पैनी नजर

आखरी अपडेट:
Kanpur News : हरिद्वार और नरोरा बैराज से गंगा में छोड़ा गया 1.7 लाख क्यूसेक पानी कानपुर में बाढ़ का खतरा बढ़ा रहा है. बिठूर, गंगापुर और आसपास के निचले इलाकों में प्रशासन ने अलर्ट जारी कर निगरानी तेज कर दी है. …और पढ़ें
गंगा में बढ़ते जलस्तर की सबसे बड़ी वजह है उत्तर भारत के इलाकों से लगातार छोड़ा जा रहा अतिरिक्त पानी. सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, शुक्रवार को ही हरिद्वार से करीब 97,764 क्यूसेक और नरौरा से 80,447 क्यूसेक पानी गंगा नदी में छोड़ा गया है. यह पानी अभी दो से तीन दिन में कानपुर पहुंचेगा, जिससे गंगा का जलस्तर और ऊपर जा सकता है. लगातार बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में गंगा का जलस्तर पहले से ही अधिक है.
गंगा बैराज के आसपास बसे गांव जैसे बिठूर, गंगापुर और शुक्लागंज में खतरे की स्थिति बनती दिख रही है. प्रशासन ने इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क कर दिया है और किसी भी आपात स्थिति में सुरक्षित स्थानों की ओर निकलने की सलाह दी है. गंगा बैराज पर अप स्ट्रीम जलस्तर 113.050 मीटर और डाउनस्ट्रीम 112.220 मीटर रिकॉर्ड किया गया है. शुक्लागंज में जलस्तर बढ़कर 110.53 मीटर तक पहुंच चुका है.
इन गांवों पर मंडरा रहा खतरा
गंगा बैराज से कुल 84,141 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है. यह पानी अब शुक्लागंज की ओर तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में गांवों के तटवर्ती खेत, घर और रास्तों में पानी भरने की आशंका बढ़ गई है. प्रशासन ने कहा है कि यदि जलस्तर और बढ़ा, तो नावों की व्यवस्था, राहत केंद्र और मेडिकल टीमों को तैयार रखा जाएगा.
फिलहाल डरने की जरूरत नहीं
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है, लेकिन हम पूरी तरह सतर्क हैं. सभी विभागों को निर्देश दे दिए गए हैं कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें. लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. हम हर स्थिति पर नजर रख रहे हैं. प्रशासनिक टीमों को लगातार बैराज और डाउनस्ट्रीम गांवों में भेजा जा रहा है. लोगों को कहा गया है कि अगर पानी उनके इलाके तक पहुंचे तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें.