केमिकल फ्री और सेहतमंद है यूपी का यह गुड़, देश के कोने-कोने से आती डिमांड

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Lakhimpur Special Gud: यूपी के लखीमपुर-खीरी जिले के रहने वाले किसान परमजीत सिंह गुड़ का उत्पादन कर रहे हैं, जिससे उन्हें अच्छा-खासा मुनाफा हो रहा है. तराई के देसी गुड़ की खूब मांग है. किसान ने बताया कि लखीमपुर …और पढ़ें

उन्हें बड़े पैमाने पर ऑर्डर मिल रहे हैं. उनका कहना है कि खेती एक ऐसा पेशा है जिसमें ईमानदारी से काम करके न केवल खुद को बल्कि दूसरों को भी फायदा पहुंचाया जा सकता है.

किसान परमजीत ने बताया कि ‘हमारे पास 1.5 एकड़ खेती है, हम गन्ने की खेती करते हैं. लखीमपुर-खीरी जिले को चीनी का कटोरा कहा जाता है. यहां के 80% किसान गन्ने की खेती पर निर्भर हैं.

हम घर पर ही अपने गन्ने को कोल्हू के माध्यम से गुड़ तैयार करते हैं. उसके बाद उन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लिया जाता है, डिब्बे में पैक कर मार्केट में बेचा जाता है. 1 किलो गुड़ की कीमत ₹100 है.’

वे आगे कहते हैं, ‘हमारा एक स्वयं सहायता समूह चल रहा है. हमारे समूह का नाम गणेश प्रेरणा महिला स्वयं सहायता समूह है. इस समूह में कुल 10 महिलाएं काम करती हैं. इस समूह की अध्यक्ष मेरी पत्नी सुखविंदर कौर हैं. समूह की महिलाओं को गांव में ही रोजगार दिया जा रहा है और उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है.’

इनके यहां रसायन-मुक्त गुड़ को तैयार किया जाता है. यहां मिलने वाला गुड़ सेहत के लिए फायदेमंद होता है. इस गुड़ को बनाने के लिए वनस्पति रस साफ करने वाले पदार्थ का इस्तेमाल किया जाता है.

गुड़ बनाने में किसी तरह का कोई केमिकल नहीं मिलाया जाता. रस को साफ करने के लिए देवला का उपयोग किया जाता है. गुड़ को छोटे-छोटे टुकड़ों के रूप में बनाया गया है. यह गुड़ औषधीय गुणों से भरपूर है, जिसका स्वाद केमिकल वाले गुड़ के मुकाबले ज्यादा अच्छा होता है.