Hair Transplant Tragedy : 50 हजार का पैकेज, पांच घंटे सर्जरी, कानपुर की डॉक्टर अनुष्का तिवारी के खुल रहे राज – dr anushka tiwari hair transplant scam only 40 thousand rupees to grow hair shocking truth emerged after two engineer deaths

आखरी अपडेट:
Kanpur Hair Transplant Tragedy News : कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के मामले में दो इंजीनियरों की मौत के बाद डॉक्टर अनुष्का तिवारी फरार है. क्लीनिक के बाहर से बोर्ड और नेम प्लेट भी गायब है. इसी बीच डॉ अनुष्का ति…और पढ़ें

कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के मामले में दो इंजीनियरों की मौत के बाद डॉक्टर अनुष्का तिवारी को लेकर चौंकाने वाले खुलासे
कानपुर. कानपुर में हेयर ट्रांसप्लांट के मामले में दो इंजीनियरों की मौत के बाद डॉक्टर अनुष्का तिवारी को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. डॉक्टर अनुष्का का क्लीनिक कानपुर के केशवपुरम में क्लीनिक था. फिलहाल आरोपी डॉक्टर अनुष्का फरार है. पुलिस उसे पकड़ने के लिए दबिश दे रही है. क्लीनिक के बाहर लगा बोर्ड गायब हो गया है. नेम प्लेट भी गायब है. रावतपुर पुलिस मामले की जांच में जुटी है. हेयर ट्रांसप्लांट में जान गंवाने वाले फर्रुखाबाद निवासी इंजीनियर मयंक कटिहार की मौत ट्रांसप्लांट के 24 घंटे के भीतर हो गई थी. पनकी पावर हाउस के इंजीनियर की भी हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान मौत हो गई थी.
बाल उगाने की सर्जरी लाखों रुपये में होती है लेकिन डॉक्टर अनुष्का यह काम 40 से 50 हजार रुपये में करती थी. यह दावा जान गंवाने वाले इंजीनियरों के परिजनों का है. करीब पांच घंटे की सर्जरी के बाद मरीज को घर भेज दिया जाता था.
मयंक की मां प्रमोदिनी कटिहार ने बताया, ‘मेरा बेटा 18 नवंबर को कानपुर में डॉक्टर अनुष्का तिवारी के ‘अंपायर हेयर ट्रांसप्लांट क्लीनिक’ में गया था. सुबह 8 बजे हेयर ट्रांसप्लांट के लिए बुलाया था. 2 बजे वहां से निकला. शाम 5 बजे छोटा बेटा उसे फर्राखाबद से घर लेकर आया लेकिन उसके सिर में दर्द था और चेहरा सूजने लगा था. हमने डॉक्टर से संपर्क किया. डॉक्टर कहती रहीं ‘चिंता की जरूरत नहीं है, सब ठीक हो जाएगा.’ रात 12 बजे दर्द ठा तो इंजेक्शन लगवाने की बात कही. फिर भी दर्द कम नहीं हुआ तो पट्टी ढीली करने के लिए कहा. पट्टी ढीली करने के बाद भी जब दर्द कम नहीं हुआ तो दूसरा इंजेक्शन लगवाने को कहा. बेटा रात भर दर्द से जूझता रहा. उसका चेहरा सूज गया था. जब हालत बिगड़ती गई, तब डॉक्टर ने कार्डियोलॉजिस्ट को दिखाने की सलाह दी. 19 नवंबर की सुबह मयंक की मौत हो गई.’
परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर अनुष्का ने मयंक की मौत के बाद उनका नंबर ब्लॉक कर दिया. पीड़ित परिवार छह माह से न्याय के लिए भटक रहा है. प्रमोदनी ने बताया, ‘मेरे बेटे का पोस्टमार्टम नहीं हुआ, इसलिए एफआईआर भी दर्ज नहीं हो सकी.’
इससे पहले इंजीनियर विनीत दुबे की भी 15 मार्च को हेयर ट्रांसप्लांट के बाद मौत हो गई थी. विनीत की पत्नी की शिकायत पर 56 दिन बाद रावतपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी.

एक निपुण डिजिटल कंटेंट क्रिएटर और प्लानर। ऑनलाइन और सोशल मीडिया के लिए बढ़ी हुई समाचार सामग्री बनाना। पत्रकारिता के क्षेत्र में 10 से अधिक वर्षों का अनुभव होना। एम से पत्रकारिता के मास्टर …और पढ़ें
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