निक्की दहेज मर्डर केस फुल अपडेट

निक्की की मौत ने दहेज प्रथा की काली हकीकत को एक बार फिर उजागर कर दिया है. दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में 70% से अधिक जली निक्की ने दम तोड़ दिया. लेकिन पीछे छोड़ गई एक मासूम बेटा और अपनों का दर्द. परिजन और समाज अब एक सुर में न्याय की मांग कर रहे हैं.
पति विपिन का एनकाउंटर और गिरफ्तारी
रविवार सुबह ग्रेटर नोएडा पुलिस ने मुख्य आरोपी विपिन भाटी को सिरसा चौराहे के पास मुठभेड़ में गिरफ्तार किया. पुलिस के मुताबिक आरोपी हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था तभी उसके पैर में गोली लगी. घायल विपिन को अस्पताल ले जाया गया और बाद में अदालत ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. अस्पताल से ही उसने बयान देते हुए कहा, “मुझे कोई पछतावा नहीं है. पति-पत्नी के बीच झगड़े आम होते हैं.” इस बेशर्मी भरे बयान ने लोगों के गुस्से को और बढ़ा दिया. पति के बाद शाम को निक्की की सास दयावती को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. जानकारी के मुताबिक वह जिम्स अस्पताल में अपने बेटे से मिलने जा रही थी, तभी कासना पुलिस ने उसे दबोच लिया. पढ़ें 10 प्वाइंट में पूरा अपडेट…
2. शादी से प्रताड़ना की शुरुआत – 2016 में निक्की और उसकी बहन कंचन की शादी एक ही परिवार में हुई. दोनों बहनों को लगा कि नया जीवन खुशहाल होगा, लेकिन जल्द ही असली चेहरा सामने आ गया. रोज झगड़े, गाली-गलौज, दहेज की मांग और हिंसा आम हो गई. पंचायतें भी हुईं, समझौते भी कराए गए, लेकिन हालात कभी नहीं बदले.
4. ब्यूटी पार्लर से भी लूट – निक्की को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पिता ने उसका ब्यूटी पार्लर खुलवाया. उम्मीद थी कि बेटी अपनी जिंदगी संभाल लेगी. लेकिन पति विपिन ने वहीं से चोरी शुरू कर दी. पैसे निकालकर शराब और मौज-मस्ती में उड़ा दिए. निक्की की मेहनत और परिवार की उम्मीदें चकनाचूर हो गईं. पार्लर भी कलह और लालच की भेंट चढ़ गया.
6. बेटे की मासूम गवाही – निक्की के करीब 6 साल के बेटे ने सब कुछ अपनी आंखों से देखा. उसने रोते हुए कहा, “पापा और दादी ने मम्मी पर कुछ डाला, थप्पड़ मारा और फिर लाइटर से आग लगा दी.” एक बच्चे के मुंह से निकली यह बात किसी भी इंसान का दिल दहला सकती है. यही मासूम गवाही अब इस केस की सबसे बड़ी ताकत बन चुकी है.
8. दूसरी शादी की साजिश – कंचन का आरोप है कि विपिन और उसका परिवार निक्की को रास्ते से हटाकर दूसरी शादी करवाना चाहता था. बार-बार कहा जाता कि “इसे हटा दो, नई बहू लानी है.” यह सुनकर निक्की टूट जाती थी. दहेज की मांग, हिंसा और यह साजिश मिलकर उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा जाल बन गए, जिसमें आखिरकार वह फंस गई.
10. निक्की का अंतिम संस्कार – 22 अगस्त को परिवार ने गम और गुस्से के बीच निक्की का अंतिम संस्कार किया. पिता भिखारी सिंह ने कहा, “हमारी बेटी को दहेज की आग ने छीन लिया. अब हमें सिर्फ फांसी चाहिए.” परिवार ने आरोपियों के घर पर बुलडोज़र चलाने की मांग की और कहा कि ऐसा अपराध पूरे समाज के लिए नजीर बने.