अमरूद का आकार हो रहा है टेढ़ा मेढ़ा, 1 लीटर पानी में 2ML ये दवा डालकर करें छिड़काव; झट से खत्म होगी बीमारी

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Care of Guava: अमरूद की बागवानी करने वाले किसानों के सामने बरसात के मौसम में एक नई चुनौती आ गई है. इस मौसम में अमरूद के फलों का आकार टेढ़ा-मेढ़ा हो रहा है, जिससे उत्पादन पर सीधा असर पड़ रहा है. एक्सपर्ट का कहना…और पढ़ें
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात उद्यान एक्सपर्ट डॉ महेश कुमार ने बताया कि अगर अमरूद के फल का आकार टेढ़ा-मेढ़ा हो रहा है, तो यह फ्रूट बोरर कीट के लक्षण हैं. यह कीट फल पर सीधा हमला करता है जो फल परिपक्व होने से पहले ही गिरकर नष्ट हो जाता है. यह फल में घुसकर उस पर अटैक करता है. समय पर नियंत्रण न किया जाए तो धीरे-धीरे पूरे बाग में तेजी के साथ फैल जाता है. नियंत्रण के लिए किसान रासायनिक कीटनाशकों का छिड़काव कर सकते हैं.
फ्रूट बोरर कीट पौधे की पत्ती, फूल और फल पर अंडा देता है. यह अपरिपक्व फल में घुसकर उसको खाता है. धीरे-धीरे फल सड़ने लगता है, फल का आकार बदल जाता है और फल पौधे से टूट कर नीचे गिर जाता है. जिसकी वजह से उत्पादन पर सीधा असर पड़ता है.
करें रासायनिक और देसी उपाय
फल भेदक कीट का नियंत्रण करने के लिए रासायनिक तरीके से उपचार किया जा सकता है. इमामेक्टिन बेंजोएट 5% एसजी (Emamectin benzoate 5%) या क्लोरपायरीफॉस 50% + साइपरमेथ्रिन 5% ईसी (Chloropyriphos 50% + Cypermethrin 5% EC) नाम के कीटनाशक का छिड़काव कर दें. किसान 2ml प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें. इसके अलावा कीट प्रभावित फलों को तोड़कर और जमीन पर गिरे हुए फलों को खेत से बाहर कर गड्ढा खोदकर जमीन में गढ़ा कर नष्ट कर दें.