सोने से कम नहीं इस फसल की खेती, किसान को बना देगा मालामाल, हर साल होगा डबल फायदा

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किसान सचिन ने लोकल 18 से कहा कि मैं ड्रैगन फ्रूट से संबंधित खेती करने के लिए उनकों चार हेक्टेयर में पांच लाख रुपए की लागत आई थी. जिसके माध्यम से वह पिछले 4 साल में तीन गुना अधिक कमा चुके हैं.
हर साल होती है डबल कमाई
ड्रैगन फ्रूट से संबंधित खेती को पिछले कई सालों से करते आ रहे किसान सचिन ने लोकल 18 से कहा कि पहले उनके पूर्वज द्वारा भी गन्ने से संबंधित खेती को ही अपनाया जा रहा था. लेकिन गन्ने की वैरायटी 238 में जिस तरह से विभिन्न प्रकार के रोग लगने लगे हैं. उससे गन्ने की फसल में काफी नुकसान हो रहा था. ऐसे में उन्होंने अपने खेतों में ड्रैगन फ्रूट की खेती को लगाना शुरू किया. जिसके माध्यम से वह काफी अच्छी कमाई कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में जरूर उनको काफी लागत लगानी पड़ी थी. अब हर साल लागत से तीन गुना कमाई कर रहे हैं. क्योंकि जिस तरह से बागवानी में एक बार पेड़ लगाया जाता है. उसके बाद उसमें फल आते हैं. वैसे ही ड्रैगन फ्रूट का एक बार बीज लगाने के बाद 5 साल तक इसे फल प्राप्त किया जा सकता है.
जिला उद्यान अधिकारी अरुण कुमार के अनुसार जो भी किसान ड्रैगन फ्रूट से संबंधित खेती को अपनाना चाहते हैं. वह सभी किसान खेतों में बीज लगाने से पहले अपने खेतों में 6 फिट के मजबूत पिलर बनवाएं. यह जो बीज इन पिलर के सहारे ही आगे बढ़ता जाता है. जितने मजबूत और अच्छी हाइट के पिलर होंगे. यह उतना ही बड़ा होगा. इसमें फ्रूट भी काफी अच्छे आएंगे. जिससे किसानों की इनकम में काफी बढ़ोतरी होगी. साथ ही निर्धारित समय में इसकी कटिंग का भी विशेष ध्यान रखें. उन्होंने बताया कि सभी किसानों को अनुदान के रूप में प्रति हेक्टेयर 30000 रुपए सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे.
₹500000 रुपए में खेती की शुरुआत
मेरठ के रहने वाले सचिन ने बताया कि उन्होंने ड्रैगन फ्रूट से संबंधित खेती करने के लिए उनकी चार हेक्टेयर में पांच लाख रुपए की लागत आई थी. जिसके माध्यम से वह पिछले 4 साल में तीन गुना अधिक कमा चुके हैं. जबकि अभी इससे वह कुछ सालों तक और फसल ले सकते हैं. इसमें पिलर सबसे महत्वपूर्ण होते हैं. ऐसे में जहां पिलर की ऊंचाई 6 फीट के आसपास होनी चाहिए. वहीं इसमें प्रत्येक पिलर दूरी में 7 फीट का अंतर रखना चाहिए. जिससे कि यह फसल अच्छी तरह से ग्रोथ कर सके.