चित्रकूट में प्रलय…कहीं भाई-बहन डूबे, कहीं बिछड़े भाई, भारी बारिश ने लीले 24 घंटे में 9 बच्चे

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Chitrakoot News : चौराहे और रास्ते पानी में डूब चुके हैं. लोग जान जोखिम में डालकर आने-जाने को मजबूर हैं. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जिसने नींद उड़ा रखी है.
रैपुरा थाना क्षेत्र अगरहुंडा गांव में दो सगे भाई-बहनों की डूबकर मौत हो गई, जबकि गाड़ीकला गांव में दो चचेरे भाइयों की डूबने से जान गई. शिवरामपुर में डूबकर 2 बच्चे की मौत हुई. रैपुरा थाना क्षेत्र में डूबकर 4 बच्चों की मौत. पहाड़ी थाना क्षेत्र में दीवार ढहने से 2 बच्चों की मौत हो गई. बीती 12 जुलाई को बारिश और बाढ़ से अब तक कुल 17 लोगों की जान जा चुकी है.
बारिश की वजह से शहर के कई इलाकों में भारी जलभराव की स्थिति बन गई है. नेशनल हाइवे स्थित बेड़ी पुलिया चौराहा पूरी तरह पानी में डूब चुका है. इस चौराहे से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं, लेकिन अब घुटनों तक भरे पानी में वाहन चालकों और राहगीरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी तस्वीर शहर के सबसे व्यस्तम इलाकों में शुमार कलेक्ट्रेट रोड स्थित एलआईसी चौराहा की है, जहां जिला पंचायत कार्यालय की ओर जाने वाले मार्ग पर कई फीट पानी भर गया है. स्थानीय लोग जान हथेली पर रखकर पानी में चलने को मजबूर हैं.
प्रशासन की खुली पोल
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह स्थिति पहली बार नहीं बनी है. हर बार बारिश होते ही यहां जलभराव हो जाता है, लेकिन नगर पालिका प्रशासन की तरफ से अब तक कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है. नालों की सफाई न होने और जल निकासी की समुचित व्यवस्था न होने के कारण यह हालात पैदा हुए हैं. नगर पालिका की ओर से किए गए सफाई और व्यवस्था के दावों की हकीकत इस जलभराव ने उजागर कर दी है.
आफत की बारिश
नगर के निवासी अब इस बारिश को आफत की बारिश कहने लगे हैं. छोटे दुकानदारों से लेकर ऑफिस जाने वाले कर्मचारी तक सब परेशान हैं. सड़कों पर जलभराव के कारण कई वाहन बंद हो गए हैं और पैदल चलने वालों के लिए तो हालात और भी गंभीर हैं. फिलहाल बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है और मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटे में और भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. प्रशासन की सुस्ती और व्यवस्था की कमी ने जनता को बेहाल कर दिया है.