Ground Report: घर में शादी की तैयारियां… बेटा CRPF कैंप से लापता, सदमे में परिवार, मां का हुआ बुरा हाल

आखरी अपडेट:
सीआरपीएफ क्लर्क अभिषेक शर्मा 26 मई से जम्मू-कश्मीर के उधमपुर से लापता हैं. शादी की तैयारियों में जुटा परिवार सदमे में है. सेना ने तलाश का भरोसा दिया है, परिजनों और पड़ोसियों की एक ही दुआ है कि वह सुरक्षित लौटे.

सीआरपीएफ जवान अभिषेक शर्मा
हाइलाइट्स
- अभिषेक शर्मा 26 मई से उधमपुर से लापता हैं.
- परिवार शादी की तैयारियों में था, सदमे में है.
- सेना और परिवार अभिषेक की तलाश में जुटे हैं.
आगरा– उत्तर प्रदेश के मुरली बिहार के निवासी और सीआरपीएफ में क्लर्क पद पर तैनात अभिषेक शर्मा पिछले पांच दिनों से लापता हैं. उनकी आखिरी लोकेशन 26 मई की सुबह 7:30 बजे जम्मू-कश्मीर के उधमपुर स्थित एमएच चौक पर मिली थी. 25 मई को उन्होंने आखिरी बार अपनी मां से फोन पर बात की थी. 15 जून को वह छुट्टी पर घर आने वाले थे और परिवार उनकी शादी की तैयारियों में जुटा था.
ड्यूटी से पहले कैंप से अचानक गायब
फरवरी 2024 में कांस्टेबल के पद पर सेना में शामिल हुए अभिषेक शर्मा वर्तमान में उधमपुर के जखैरी कैंप में तैनात थे. वे सामान्यतः सुबह 7 से 8 बजे के बीच उठते थे, लेकिन 26 मई को सुबह 6 बजे कैंप से निकल गए. उन्होंने अपने जूनियर को फोन कर बताया कि ऑफिस में देर से पहुंचेंगे, काम संभाल लेना. इसके बाद उनका फोन बंद हो गया.
परिवार और सेना की संयुक्त तलाश जारी
अभिषेक के बड़े भाई अंकुर शर्मा को 26 मई को सेना की ओर से फोन आया कि क्या अभिषेक घर पहुंचा है. अंकुर ने बताया कि अभिषेक घर नहीं आया था, तब उन्हें लापता होने की जानकारी मिली. 27 मई को अंकुर अपने जीजा गजेन्द्र भारद्वाज और ताऊ के साथ उधमपुर रवाना हुए. सेना ने इस मामले में पूरी सहायता का भरोसा दिया है और उच्च अधिकारियों को सूचित किया.
परिवार में शोक की लहर
अभिषेक की बहन नीतू बताती हैं कि इस घटना ने परिवार को सदमे में डाल दिया है. उनकी मां कमलेश अब ठीक से बोल भी नहीं पा रही हैं. घर में रिश्तेदार हाल-चाल लेने आते हैं, लेकिन सबकी निगाहें केवल अभिषेक के सुरक्षित लौटने पर टिकी हैं.
अभिषेक को लेकर पड़ोसियों ने क्या कहा
मुरली बिहार में रहने वाले अभिषेक के पड़ोसी अतुल दुबे ने बताया कि अभिषेक बहुत मिलनसार, खुशमिजाज और जिम्मेदार व्यक्ति था. पढ़ाई में होशियार और परिवार के प्रति समर्पित, वह जब भी घर आता तो पड़ोसियों से मिलना नहीं भूलता था. पूरे परिवार और पड़ोसियों की यही दुआ है कि अभिषेक सुरक्षित होकर जल्द घर लौटे.