अब जंगलों में नहीं लगेगी आग! बहराइच वन विभाग को मिली सुपर पावर, जानिए कैम्पा योजना की पूरी कहानी

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बहराइच के कर्तानियाघाट वन विभाग को कैम्पा योजना के तहत दो आधुनिक वॉटर टैंकर मिले हैं. ये टैंकर जलप्रेशर बढ़ाकर जंगल की आग जल्दी बुझाने में मदद करेंगे. इससे जंगल की सुरक्षा बेहतर होगी और वन विभाग को आग नियंत्रण …और पढ़ें

आधुनिक वॉटर टैंकर!
हाइलाइट्स
- बहराइच कर्तानियाघाट वन विभाग को दो नए वॉटर टैंकर मिले.
- टैंकर में हाई प्रेशर वाली डिवाइस और 100 मीटर लंबा पाइप है.
- कैम्पा योजना के तहत कुल चार टैंकर मिलेंगे.
बहराइच: गर्मियों के मौसम में अक्सर जंगलों में आग लगने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में आग बुझाने के लिए वन विभाग नई-नई तकनीकों का इस्तेमाल करता है, लेकिन कई बार पुरानी तकनीकें पूरी तरह कारगर साबित नहीं होतीं. इसी समस्या को देखते हुए वन विभाग ने प्रशासन से आधुनिक चार वॉटर टैंकर की मांग की थी. इस मांग का कुछ हिस्सा पूरा भी हुआ है. हाल ही में कैम्पा योजना के तहत दो भारी भरकम और हजारों लीटर पानी भर सकने वाले नए टैंकर वन विभाग के कर्तानियाघाट जंगल को सौंपे गए हैं.
क्या है पुराने और नए टैंकर में फर्क?
पुराने टैंकर भी आग बुझाने में मददगार होते थे, लेकिन उनमें कुछ तकनीकी कमियां थीं. पुराने टैंकर में पानी निकलने के लिए केवल एक टोटी होती थी, जिससे पानी का प्रेशर धीमा रहता था और आग बुझाने में काफी वक्त लग जाता था. इससे जंगल को बड़ा नुकसान होता था.
वहीं नए टैंकर में एक खास डिवाइस लगी है, जो पानी के प्रेशर को बनाकर उसे तेज गति से बाहर निकालती है. साथ ही इसमें 100 मीटर लंबा मजबूत और टिकाऊ पाइप दिया गया है. इसका मतलब ये हुआ कि जंगल के अंदर जहां तक रास्ता जाता है, कर्मचारी वहां तक पाइप पहुंचाकर आग बुझाने का काम कर सकते हैं. इस पाइप से 100 मीटर तक के एरिया में आग पर काबू पाया जा सकेगा और पानी के फ्लो को भी कम या ज्यादा किया जा सकता है.
कैम्पा योजना के तहत मिले 4 टैंकर
कर्तानियाघाट वन अधिकारी बी. शिव शंकर ने बताया कि कैम्पा योजना के तहत कुल चार टैंकर मिलने थे, जिनमें से दो मिल गए हैं और दो अभी आने बाकी हैं. ये टैंकर न केवल आग बुझाने में मदद करेंगे, बल्कि जलाशयों को भरने और वृक्षारोपण में भी काम आएंगे.
क्या है कैम्पा योजना?
कैम्पा (Compensatory Afforestation Programme) योजना भारत की पर्यावरण नीति का एक अहम हिस्सा है. यह योजना विकास के साथ-साथ वन संसाधनों के संरक्षण को संतुलित करने का प्रयास करती है. इस योजना के जरिए देश में वन क्षेत्र बढ़ाने और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा का काम किया जाता है.
इस योजना से मिली इन आधुनिक वॉटर टैंकरों से बहराइच के कर्तानियाघाट जंगल को गर्मियों में लगने वाली आग से निपटने में मजबूती मिलेगी और वन क्षेत्र की सुरक्षा बेहतर होगी.