विदेशों में मशहूर ये दुर्लभ फल अब भारत में भी तैयार! इस यूनिवर्सिटी में उगाई जा रही ‘रोज वॉटर एप्पल’ की पौध

सहारनपुर: सेब खाना तो सभी को पसंद होता है, लेकिन क्या आपने कभी “रोज वॉटर एप्पल” (Rose Water Apple) का नाम सुना है? नाम सुनकर अगर आप सोच में पड़ गए हैं, तो बता दें कि यह सेब जितना नाम में खास है, उतना ही स्वाद में मीठा और दिखने में बेहद खूबसूरत भी है. इसे देखकर लोग एक पल को सोच में पड़ जाते हैं कि ये फल असल में है क्या.
रिसर्च के लिए लगाया गया, अब किसानों के लिए बन रहा मौका
कोएर यूनिवर्सिटी के एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट ने इस खास वैरायटी को अपने 50 बीघा ऑर्गेनिक फार्म में उगाया है. यूनिवर्सिटी में खेती से जुड़े 50 से ज्यादा विदेशी पौधों पर रिसर्च की जा रही है. संदीप चौधरी, जो इस परियोजना से जुड़े हैं, उन्होंने लोकल18 से बातचीत में बताया कि विश्वविद्यालय के चेयरमैन की सोच है कि यहां कुछ नया और उपयोगी किया जाए, जिससे छात्र भी सीखें और किसानों को भी फायदा मिले.
सेहत के लिए भी फायदेमंद
“रोज वॉटर एप्पल” केवल स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि सेहत के लिहाज से भी बेहद फायदेमंद माना जाता है. इसे नियमित खाने से बालों की गुणवत्ता और त्वचा की चमक बढ़ती है. यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है.
अब किसानों के लिए भी तैयार हो रही पौध
कोएर यूनिवर्सिटी में अब इस फल के पौधों को तैयार किया जा रहा है ताकि आसपास के किसान इसे अपने खेतों में लगाकर अच्छा मुनाफा कमा सकें. चूंकि यह वैरायटी भारत में अब तक बहुत सीमित है, इसलिए इसकी मांग भी अधिक है. यह कदम न केवल किसानों की आय बढ़ाएगा, बल्कि रोज वॉटर एप्पल को भारत में एक नई पहचान भी देगा.