‘वर्चुअल अरेस्ट’ में फंसे रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी, ₹1.2 करोड़ की हुई साइबर ठगी, पुलिस ने शुरू की जांच

आखरी अपडेट:
एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी ₹1.2 करोड़ की ‘वर्चुअल अरेस्ट’ साइबर ठगी का शिकार हो गए हैं. पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है.

इसके बाद वे पीड़ित को धमकी देते हैं कि अगर उन्होंने उनकी मांगों का पालन नहीं किया तो उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस के अनुसार, यह ताजा मामला 22 अगस्त को एर्नाकुलम ग्रामीण साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था. 74 साल के पीड़ित को 15 अगस्त को एक वॉट्सएप कॉल आई. कॉल करने वाले ने खुद को प्रवीण बताया और कहा कि वह ग्रेटर मुंबई पुलिस का अधिकारी है.
अधिकारी ने बताया कि खाते फर्जी कंपनियों के नाम पर थे और शेष राशि की वसूली और धोखाधड़ी करने वालों की पहचान के प्रयास जारी हैं. केरल में साइबर धोखाधड़ी एक गंभीर समस्या बन गई है. केरल पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार, 2024 में साइबर अपराधियों ने राज्य से 763 करोड़ रुपये की ठगी की. पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे ऐसे साइबर धोखाधड़ी के मामलों की तुरंत रिपोर्ट साइबर क्राइम हेल्पलाइन (1930) पर करें और ऐसे घोटालों को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चला रही है.