यूपी में गंगा किनारे होगी प्राकृतिक खेती, कृषि सखियां देंगी टिप्स, किसानों को होगा बंपर मुनाफा

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Agricultural News: यूपी में मिर्जापुर के किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. कृषि विभाग द्वारा मिर्जापुर में 500 हेक्टेयर भूमि का लक्ष्य रखा गया है. जहां कृषि विभाग 10 क्लस्टर में 50 हे…और पढ़ें

प्राकृतिक खेती
हाइलाइट्स
- मिर्जापुर में 500 हेक्टेयर में प्राकृतिक खेती होगी.
- कृषि सखी किसानों को प्राकृतिक खेती के टिप्स देंगी.
- प्राकृतिक खेती के उत्पाद को बाजार में बेहतर दाम मिलेगा.
मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. गंगा किनारे तटवर्तीय क्षेत्र में रसायन के प्रयोग को कम करने के लिए सरकार प्रयासरत है. जिले में प्राकृतिक खेती के लिए 500 हेक्टेयर भूमि का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. गंगा के तटीय व पठारी इलाकों में यह खेती होगी. ग्राम स्तर पर मौजूद सभी किसानों को प्रशिक्षण के साथ ही प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.
कृषि उप निदेशक विकेश कुमार पटेल ने लोकल 18 से बताया कि मिर्जापुर में बड़ी मात्रा में गंगा के तटीय इलाकों में खेती की जाती है. इसके साथ ही पठारी इलाकों में भी खेती की जाती है. कृषि विभाग द्वारा जिले में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाया जा रहा है. जिसके तहत 10 क्लस्टर चयनित किए गए हैं.
कृषि सखियां करेंगी प्रशिक्षित
कृषि उप निदेशक ने बताया कि प्रत्येक कलस्टर में 50 हेक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक खेती कराई जाएगी. किसान भाइयों को खेती के लिए टिप्स दिए जाएंगे. गांव में तैनात कृषि सखी उन्हें प्रशिक्षित करेंगी. वही प्राकृतिक खेती के लिए टिप्स देंगी. साथ ही प्राकृतिक खेती से क्या फायदा है. इसके बारे में किसानों भाइयों को बताएंगी.
किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ने का है लक्ष्य
उप कृषि निदेशक विकेश पटेल ने बताया कि रसायन से स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में भी अवगत कराएंगी. मिट्टी के साथ ही स्वास्थ्य व पर्यावरण को सुधारने के लिए सरकार प्राकृतिक खेती योजना चलाई है. प्रशिक्षण देने के बाद किसान प्राकृतिक खेती करेंगे. किसानों के उत्पाद को बेहतर दाम दिलाने के लिए कृषि विभाग बाजार उपलब्ध कराएगा. ताकि अन्य किसान भी प्राकृतिक खेती से जुड़ सके और इसका लाभ लें.