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मासूमों की जान पर बन आई टॉफी और गुब्बारे! डॉक्टर ने अभिभावकों के लिए दी जरूरी चेतावनी

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टॉफी, गुब्बारे जैसी चीजें बच्चों के लिए जानलेवा बन सकती हैं. हाल की घटनाएं बताती हैं कि छोटी-सी लापरवाही भी गंभीर दुर्घटना में बदल सकती है. समय रहते सावधानी और डॉक्टरों की सलाह से इन हादसों को टाला जा सकता है. …और पढ़ें

एक्स

कैंडी

कैंडी खाते मासूम बच्चे

हाइलाइट्स

  • छोटी वस्तुएं बच्चों के लिए जानलेवा हो सकती हैं.
  • गुब्बारे और टॉफी से बच्चों की मौत की घटनाएं बढ़ रही हैं.
  • आपात स्थिति में तुरंत प्राथमिक उपचार करें और डॉक्टर से संपर्क करें.

सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद- छोटे बच्चों को रंग-बिरंगी टॉफियां, गुब्बारे या कोई भी छोटी और चमकदार वस्तु बेहद लुभाती हैं. अक्सर बच्चे इन्हें खेल-खेल में मुंह में रख लेते हैं, जो उनके जीवन के लिए गंभीर खतरा बन सकता है. ऐसे में अभिभावकों की सतर्कता ही इन दुर्घटनाओं से सुरक्षा की पहली और सबसे मजबूत दीवार है.

इन घटनाओं से लें सबक, न दोहराएं लापरवाही
देशभर में ऐसी कई घटनाएं सामने आ रही हैं जहां बच्चों ने छोटी वस्तुएं निगल लीं या मुंह में रख लीं जिससे उनकी जान पर बन आई. अब समय आ गया है कि हम इन घटनाओं से सबक लें और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें.

गुब्बारे का टुकड़ा बना जानलेवा
फर्रुखाबाद के कमालगंज विकासखंड स्थित बहोरा गांव में एक 8 वर्षीय बच्चा स्कूल में गुब्बारे से चुटपुटिया बनाकर खेल रहा था. तभी अचानक गुब्बारे का टुकड़ा उसके गले में फंस गया. बच्चा बेहोश होकर गिर पड़ा और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई. यह हादसा बताता है कि खेलने की साधारण सी चीज भी जानलेवा हो सकती है.

टॉफी बनी मासूम की मौत का कारण
कानपुर में एक 4 साल के बच्चे की टॉफी खाने के दौरान दम घुटने से मौत हो गई. डॉक्टरों के मुताबिक, टॉफी श्वास नली में अटकने से श्वसन मार्ग पूरी तरह ब्लॉक हो गया था, जिससे बच्चा सांस नहीं ले सका. यह घटना हर अभिभावक को सतर्कता का सीधा संदेश देती है.

आपात स्थिति में करें ये प्राथमिक उपाय
सीएचसी कमालगंज के डॉक्टर अजय कुमार सिंह ने लोकल18 को बताया कि यदि कोई वस्तु बच्चे के गले में फंस जाए, तो बिना समय गंवाए बच्चे की पीठ की तरफ खड़े होकर, उसकी छाती के नीचे और पेट के ऊपर वाले हिस्से पर मुट्ठी बांधकर अंदर की ओर झटका दें. यदि एक-दो बार में राहत न मिले तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं. समय पर उपचार ही बच्चे की जान बचा सकता है.

कैसे होती है यह दुर्घटना?
डॉक्टरों के अनुसार, अक्सर बच्चे छोटी गेंदें, टॉफियां या गुब्बारे खेलते-खेलते मुंह में रख लेते हैं, जो श्वास नली में फंसकर हवा के प्रवाह को रोक देती हैं. इससे कुछ ही मिनटों में दम घुटने लगता है और स्थिति जानलेवा हो जाती है. यह पूरी तरह रोकी जा सकने वाली दुर्घटना है . अगर समय रहते ध्यान दिया जाए.

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