पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट, पक्षी पालते हैं तो आप भी इन बातों का रखें ध्यान

आखरी अपडेट:
Pilibhit Hindi News: गोरखपुर और कानपुर में बर्ड फ्लू की वजह से हुई मौत के बाद वन विभाग और पशुपालन विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं. इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की है, जिसमें च…और पढ़ें

पीलीभीत टाइगर रिजर्व
हाइलाइट्स
- पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी
- सीएम योगी ने उच्चस्तरीय बैठक कर चिड़ियाघर बंद करने के निर्देश दिए
- संक्रमित पक्षियों से दूर रहें और स्वच्छता उपाय अपनाएं
पीलीभीत: गोरखपुर और कानपुर चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू के कारण वन्यजीवों की मौत के बाद वन विभाग और पशुपालन विभाग पूरी तरह अलर्ट पर हैं. शासन के निर्देश पर पीलीभीत टाइगर रिजर्व सहित कई वन और वन्यजीव प्रभागों में अलर्ट जारी किया गया है.मुख्यालय से मिले निर्देशों के बाद दोनों प्रभागों में सतर्कता बढ़ाने के साथ वाटर बॉडीज में पक्षियों की भी निगरानी बढ़ा दी गई है. बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की है.
जांच में बर्ड फ्लू की हुई पुष्टि
आपको बता दें, पिछले साल 10 मई को दुधवा टाइगर रिज़र्व की मैलानी रेंज से एक मादा शावक को घायल अवस्था में रेस्क्यू कर शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणी उद्यान, गोरखपुर भेजा गया था. उपचार के लिए उसे रेस्क्यू सेंटर में रखा गया और हालत में सुधार आने के बाद उसे बाड़े में स्थानांतरित कर दिया गया. हालांकि, बीते 7 मई को उस शावक की मृत्यु हो गई. उधर कानपुर चिड़ियाघर में भी बब्बर शेर, मोर सहित कुछ अन्य वन्यजीवों की मृत्यु हुई. वहीं जब जांच की गई तो एवियन इन्फ्लूएंजा एच-5 वायरस (बर्ड फ्लू) की पुष्टि हुई है.
सीएम योगी ने की मीटिंग
आपको बता दें, बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें चिड़ियाघरों को तत्काल बंद करने और प्रदेश के सभी नेशनल पार्क एवं टाइगर रिज़र्व में अलर्ट जारी किया है. शासन से प्राप्त दिशा-निर्देशों के आधार पर पीलीभीत टाइगर रिज़र्व समेत समस्त वन एवं वन्यजीव प्रभागों में भी बर्ड फ्लू को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है
डिप्टी डायरेक्टर ने दिए ये निर्देश
पीलीभीत टाइगर रिज़र्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने सभी क्षेत्रीय वनाधिकारियों को बर्ड फ्लू के मद्देनजर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने वन्यजीवों की सघन मॉनिटरिंग करने, लक्षणों के आधार पर समुचित चिकित्सा, पीलीभीत टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आने वाली शारदा सागर डैम समेत सभी वॉटर बॉडीज के स्थलीय निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं. डिप्टी डायरेक्टर ने सभी क्षेत्रीय वनाधिकारियों को वन्यजीवों एवं पक्षियों की असामान्य मौत होने की स्थिति में उनका परीक्षण पशु चिकित्साधिकारी से कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने इससे संबंधित कोई मामला प्रकाश में आने पर तत्काल इसकी सूचना मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं, ताकि संबंधित सूचना को उच्चाधिकारियों के अलावा पशुपालन विभाग को भेजा जा सके.
क्या हैं इसके लक्षण और कैसे करें बचाव
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. पीके त्यागी ने बताया कि बर्ड फ्लू संक्रामक रोग है, जो पक्षियों को प्रभावित करता है. बर्ड फ्लू के लक्षण संक्रमित पक्षियों में अलग-अलग हो सकते हैं. लेकिन इसमें बुखार, सांस लेने में तकलीफ, खांसी, और उल्टी जैसे लक्षण शामिल हो सकते हैं. उन्होंने बताया संक्रमित पक्षियों से दूर रहना चाहिए और हाथ धोने जैसे स्वच्छता उपायों को अपनाना चाहिए.