इस दवा के इस्तेमाल के बाद अगर की खेत में घुसने की गलती… टूट जाएगा सुरक्षा कवच, बर्बाद हो जाएगी धान की नर्सरी

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Paddy Farming Tips : प्री-मानसून की बारिश के बाद इन दिनों किसान धान की नर्सरी लगा रहे हैं. धान के खेतों में खरपतवार बड़ी समस्या है. इसके लिए किसान खरपतवारनाशक का इस्तेमाल करते हैं. खरपतवारनाशक डालने के बाद किसान अगर ये गलती करते हैं तो सुरक्षा कवच टूट जाएगा और नर्सरी बर्बाद हो सकती है.

इन दिनों किसान धान की रोपाई के लिए तैयारी कर रहे है. धान की रोपाई करने से पहले किसान नर्सरी तैयार करते हैं. अच्छी नर्सरी तैयार होने पर किसानों को धान के पौधों की अच्छी ग्रोथ मिलती है.

धान की फसल से अच्छा उत्पादन लेने के लिए 20 से 25 दिनों पुरानी पौध की ही रोपाई करनी चाहिए. ज्यादा पुरानी पौध की रोपाई करने से पौधे की ग्रोथ रुक जाती है. जिससे उत्पादन पर विपरीत असर पड़ता है.

किसी भी फसल में खरपतवार होना किसानों के लिए सर दर्द बना साबित होता है. धान की नर्सरी में भी एक खरपतवार बड़ी समस्या है. खरपतवारों से निजात पाने के लिए किसान नर्सरी की रोपाई करते समय ही जरूरी उपाय कर सकते हैं.

धान की नर्सरी में खरपतवार न उगें इसलिए नर्सरी की बुवाई करते समय खरपतवार नाशक का इस्तेमाल कर लेना चाहिए. ऐसा करने से खरपतवार नहीं उगेंगे. जिससे धान की नर्सरी के पौधों की ग्रोथ तेज होगी.

यह खरपतवार नाशक धान के बीज का छींटा लगाने के बाद डालना चाहिए. जब धान के बीज का छींटा लगा दें. उसके बाद पाइराज़ोसल्फ्यूरॉन एथिल 10% WP (Pyrazosulfuron ethyl 10% WP) का इस्तेमाल कर लेना चाहिए.

पाइराज़ोसल्फ्यूरॉन एथिल 10% WP पाउडर को लेकर बालू में मिला लें. उसके बाद धान के बीज का छींटा लगाने के बाद पूरे खेत में इसको बिखेर दें. ध्यान रखें कि इसको इस्तेमाल करने के बाद खेत में ना घुसें. वरना, खरपतवार नाशक की बनी परत टूट जाएगी. फिर खरपतवार उग सकते हैं.