धान में लगने लगा है यह कीट, बचाव के लिए किसान खेत में डाल दें ये चीज, वरना बर्बाद हो जाएगी फसल

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Paddy Farming Tips: लखीमपुर खीरी में धान की रोपाई हो चुकी है. अगस्त में तना छेदक और पत्ता लपेट कीटों का प्रकोप बढ़ता है जिससे फसल खराब होती है. लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन और क्लोरपाइरीफॉस का छिड़काव करें.
खेतों में कीटों का अधिक प्रकोप रहता है. जिस कारण धान का पौधा खराब हो जाता है. जिस कारण धान की पैदावार पर भी असर पड़ता है. धान की खेती करने से किसानों को अच्छा खासा मुनाफा होता है. साथ ही बारिश होने के कारण सिंचाई कम करनी पड़ती है.
इस समय धान की फसल में तना छेदक (stem borer) और पत्ता लपेट (leaf folder) जैसे कीटों का प्रकोप अधिक देखा जा रहा है. जिस कारण किसान बेहद परेशान हैं. यह दोनों ही कीट जब फसल को चपेट में लेते हैं, तो ग्रोथ रुक जाती है. धान के पौधे धीरे-धीरे नष्ट होने लगते हैं. पता लपेट कीट धान के पौधे की पत्तियों को कुतरकर खाता है. पत्तियां जालीनुमा हो जाती है. प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया प्रभावित होती है. तो वहीं तना छेदक कीट धान के पौधे के तने में घुसकर काट देता है. जिसकी वजह से धान के पौधे रुक जाती है. धीरे-धीरे पूरा पौधा नष्ट हो जाता है.
धान के खेतों में कीटों से छुटकारा पाने के लिए आप लैम्ब्डा साइहलोथ्रिन 4.9% सीएस, एक सिंथेटिक पाइरेथ्रोइड कीटनाशक दवा और क्लोरपाइरीफॉस 50% + साइपरमेथ्रिन 5% ईसी इन दोनों कीटनाशक दावों को धान के खेतों में स्प्रे कर सकते हैं. इन कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करने से कीट से छुटकारा मिल जाएगा और धान की पैदावार भी अधिक होगी.
मीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक से सक्रिय. वर्तमान में News18 हिंदी में कार्यरत. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की.फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, वेबदुनिया समेत कई जगहों पर रिपोर्टिंग और डेस्क मे…और पढ़ें
मीडिया फील्ड में एक दशक से अधिक से सक्रिय. वर्तमान में News18 हिंदी में कार्यरत. 2010 से नई दुनिया अखबार से पत्रकारिता की शुरुआत की.फिर हिंदुस्तान, ईटीवी भारत, वेबदुनिया समेत कई जगहों पर रिपोर्टिंग और डेस्क मे… और पढ़ें