National

Agriculture News: रासायनिक कीटनाशक छोड़ो! अपनाओ नीम वाला ये फार्मूला, मिट्टी, फसल और जेब…तीनों को होगा फायदा!

आखरी अपडेट:

Agriculture Tips: कृषि विज्ञान केंद्र, नियामतपुर के विशेषज्ञों के अनुसार नीम का तेल और पाउडर कीट नियंत्रण में असरदार हैं. नीम का उपयोग सस्ता, प्राकृतिक और पर्यावरण के लिए सुरक्षित है.

हाइलाइट्स

  • नीम का तेल और पाउडर कीट नियंत्रण में असरदार हैं.
  • नीम का उपयोग सस्ता, प्राकृतिक और सुरक्षित है.
  • नीम की खली मिट्टी की गुणवत्ता सुधारती है.
शाहजहांपुर: किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. अगर आप खेती में अगर कीटनाशकों के रासायनिक खर्च से परेशान हैं तो अब देसी तरीका अपना सकते हैं. आमतौर पर किसान कीटों से फसल को बचाने के लिए महंगे और रसायन युक्त कीटनाशकों का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन अगर आप नीम का उपयोग करें तो यह न केवल सस्ता है, बल्कि प्राकृतिक और बेहद असरदार भी है. कृषि विज्ञान केंद्र, नियामतपुर में कृषि विशेषज्ञों की सलाह पर अगर किसान काम करें तो फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है.

नीम से कीट नियंत्रण क्यों है असरदार
नीम का तेल और पाउडर दोनों ही फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले कीटों जैसे एफिड्स, व्हाइट फ्लाई और कैटरपिलर से बचाने में बेहद असरदार हैं.
कृषि विज्ञान केंद्र, नियामतपुर में तैनात कृषि विशेषज्ञ डॉ. एनपी गुप्ता बताते हैं कि नीम में एंटी फंगल यानी फफूंदी विरोधी गुण पाए जाते हैं. इसका मतलब है कि यह फसलों को फफूंदी और अन्य बीमारियों से सुरक्षित रखता है. साथ ही, नीम पौधे की प्रतिरोधक क्षमता यानी रोगों से लड़ने की ताकत को भी बढ़ाता है.

नीम की खली भी है फायदेमंद

अगर किसान नीम की खली का उपयोग करें तो यह मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करती है. यह न सिर्फ मिट्टी को उपजाऊ बनाती है, बल्कि जड़ों को भी मजबूत करती है. इससे पौधों की बढ़वार बेहतर होती है और फसल की गुणवत्ता भी अच्छी रहती है.

ऐसे करें नीम तेल का छिड़काव
फसलों पर कीट नियंत्रण के लिए नीम तेल का सही इस्तेमाल करना जरूरी है. 2 से 2.5 मिली नीम तेल को 1 लीटर पानी में अच्छी तरह मिलाकर छिड़काव करें. यह घोल फसलों पर मौजूद कई तरह के हानिकारक कीटों को नियंत्रित करता है.

पौधों की पत्तियों और तनों पर इस घोल को अच्छी तरह छिड़कें ताकि यह हर हिस्से तक पहुंच सके. छिड़काव सुबह या शाम के समय करें जब धूप कम हो ताकि असर ज्यादा मिले. हर 7 से 10 दिन के अंतराल पर यह प्रक्रिया दोहराएं.

पाउडर का कैसे करें इस्तेमाल
नीम के पाउडर को पौधों की जड़ों के पास डालें. यह जड़ों में लगने वाली फफूंदजनित बीमारियों को रोकने में मदद करता है. इससे न केवल पौधा सुरक्षित रहता है, बल्कि उसकी बढ़वार भी तेज होती है.

घरकृषि

रासायनिक कीटनाशक छोड़ो! अपनाओ नीम वाला ये फार्मूला, कीटों से मिलेगा छुटकारा…

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button