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क्या सच में प्रभु राम की कई बहन थी? आखिर कौन बंधता था रक्षाबंधन…आज भी भेजती हैं राखी

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Raksha bandhan 2025 : राजा दशरथ के चार बेटे थे- राम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न. इनके बारे में सभी जानते हैं. लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि इन चारों की एक बहन भी थी. चौंक गए न?
अयोध्या. भाई बहन का पवित्र पर्व रक्षाबंधन आने वाला है. हिंदू पंचांग के अनुसार 9 अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जाएगा. रक्षाबंधन का दिन भाई-बहन के विश्वास का भरोसे का दिन होता है. इस दिन बहन अपने भाई के कलाई में रक्षा बांधती है और भाई उस रक्षा के बंधन में बंध कर हर परिस्थितियों में बहन की रक्षा करने का वचन देता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि चक्रवर्ती राजा दशरथ के चार पुत्रों को राखी कौन बांधा था. आइये जानते हैं कि आखिर प्रभु राम समेत चारों भाइयों को राखी कौन बांधता था. क्या सच में प्रभु राम की कोई बहन नहीं है?
ये किरदार एकदम सच्चा
रामायण के बारे में आपने पढ़ा और सुना होगा. सभी को पता है कि राजा दशरथ के चार पुत्र थे-राम, भरत, शत्रुघ्न और लक्ष्मण. लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि राजा दशरथ की एक पुत्री भी थी, जिसे महारानी कौशल्या ने जन्म दिया था. ऐसा धार्मिक ग्रंथों में देखने को मिलता है. प्रभु राम की बहन का नाम शांता था और शांता ही प्रभु राम समेत चारों भाइयों को त्रेता युग में राखी बांधती थीं. राम कचहरी मंदिर के महंत शशिकांत दास बताते हैं कि भगवान राम की एक बहन भी थी. धार्मिक ग्रंथों के अनुसार माता कौशल्या ने एक पुत्री को भी जन्म दिया था, जिसका नाम शांता था. दूसरी तरफ, कौशल्या की एक बहन भी थी, जिनका नाम वर्षिनी था. वर्षिनी को कोई संतान न होने के कारण राजा दशरथ ने अपनी पुत्री को उन्हें गोद दे दिया.
आज भी आती है राखी
लेकिन कहा जाता है कि रक्षाबंधन के पावन पर्व पर शांता हमेशा प्रभु राम और तीनों भाइयों को राखी बांधती थीं. वर्तमान में अयोध्या के राम मंदिर में प्रभु के लिए देश की अनेक बहनें पोस्ट ऑफिस के माध्यम से राखी भेजती हैं. वहीं, अयोध्या में ही एक ऐसा स्थान है, जहां प्रभु राम की बहन सांता का मंदिर है. राम मंदिर बनने के बाद वहां से प्रतिवर्ष रक्षाबंधन के मौके पर प्रभु राम समेत चारों भाइयों के लिए राखी आती है.