National

चित्रकूट में दो दिन तक मनेगा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, बांके बिहारी मंदिर बना आस्था का केंद्रUttar Pradesh News

आखरी अपडेट:

Janmashtami 2025: मंदिर के पुजारी सतेंद्र दुबे ने बताया कि मंदिर प्रशासन ने पर्व को लेकर विशेष तैयारियां की हैं। पूरे मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. रात्रि नौ बजे की आरती के बाद रात बारह बजे विशेष प्रगटोत…और पढ़ें

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पावन कर्मस्थली चित्रकूट में इस बार योगेश्वर श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव पूरे धूमधाम से दो दिन तक मनाया जाएगा. शनिवार और रविवार को होने वाले इस पर्व को लेकर शहर में धार्मिक माहौल देखने को मिल रहा है. श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिरों और आश्रमों में जुट रही है,और भक्त इस त्योहार में शामिल होने के लिए बड़े उत्सुक है.

संत सूरदास जी को भगवान श्रीकृष्ण के हुए थे दर्शन
गौरतलब है कि जहां श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा और लीला भूमि वृंदावन में शनिवार को ही जन्माष्टमी पर्व मनाया जा रहा है. वहीं धर्म नगरी चित्रकूट का सर्वाधिक प्राचीन बांके बिहारी जी मंदिर भी आज जन्माष्टमी उत्सव का केंद्र बना हुआ है. धार्मिक मान्यता है कि यहीं पर संत सूरदास जी को भगवान श्रीकृष्ण ने साक्षात दर्शन दिए थे और उन्हें वृंदावन जाकर भजन-कीर्तन करने की प्रेरणा दी थी,जिसके बाद से इसकी मान्यता और भी बढ़ गई है

पुजारी ने दी जानकारी

वही मंदिर के पुजारी सतेंद्र दुबे ने बताया कि मंदिर प्रशासन ने पर्व को लेकर विशेष तैयारियां की हैं। पूरे मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. रात्रि नौ बजे की आरती के बाद रात बारह बजे विशेष प्रगटोत्सव महाआरती होगी. इसके उपरांत श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया जाएगा. भक्तों में खास उत्साह देखने को मिल रहा है,इधर चित्रकूट के आश्रमों और अखाड़ों से जुड़े प्राचीन मंदिरों में जन्माष्टमी पर्व रविवार को रोहिणी नक्षत्र में मनाया जाएगा।

दो दिनों तक महोत्सव
अखाड़ों से जुड़े साधु-संतों का मानना है कि भगवान श्रीकृष्ण का प्राकट्य रोहिणी नक्षत्र में हुआ था, इसलिए वे उसी दिन पर्व मनाते हैं,दो दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक उत्सव में चित्रकूट आने वाले भक्त भक्ति और उल्लास में डूबे रहेंगे. मंदिरों में भजन-कीर्तन और अखाड़ों में साधु-संतों का प्रवचन वातावरण को और अधिक आध्यात्मिक बनाएगा, बता दे कि जन्माष्टमी पर्व पर चित्रकूट की गलियां भक्तिरस में सराबोर दिखाई देंगी.

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
घरdharm

दो दिन तक मनेगा श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, बांके बिहारी मंदिर बना आस्था का केंद्र

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button