गजब का है ये येलो स्टिकी ट्रैप, खेत में लगाने से पौधों में नहीं लगेंगे कीड़े, लाखों की फसल रहेगी सुरक्षित

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Farrukhabad news लोकल 18 से बातचीत में कंधरापुर के किसान पीर मोहम्मद ने बताया कि कीटों की समस्या से परेशान होकर उन्होंने यूट्यूब पर इस विधि के बारे में जानकारी प्राप्त की. उसके बाद ऑनलाइन येलो स्टिकी ट्रैप मंगा…और पढ़ें

सब्जियों के बीच में लगा ट्रैप बॉक्स
फर्रुखाबाद: बिना रासायनिक पदार्थों के खेती करने वाले किसानों को कीटों के नियंत्रण में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है. फर्रुखाबाद के एक किसान ने इस चुनौती से निपटने के लिए स्टिकी ट्रैप और फेरोमोन ट्रैप यंत्र का उपयोग करके अपनी फसलों की सुरक्षा की है. यह तकनीक इतनी प्रभावी है कि फसलों पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता और उत्पादन भी दोगुना हो जाता है.कीटों से फसलों को होने वाले नुकसान से परेशान इस किसान ने येलो स्टिकी ट्रैप का उपयोग शुरू किया. इस विधि से किसान कम खर्च में कीटों को नियंत्रित कर रहे है. बिना पेस्टीसाइड के फसलों में कीटों को खत्म किया जा रहा है.
लोकल 18 से बातचीत में कंधरापुर के किसान पीर मोहम्मद ने बताया कि कीटों की समस्या से परेशान होकर उन्होंने यूट्यूब पर इस विधि के बारे में जानकारी प्राप्त की. उसके बाद ऑनलाइन येलो स्टिकी ट्रैप मंगाकर खेतों में 20 फुट की दूरी पर छोटे-छोटे टुकड़े लगा दिए. रात में जब कीट फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं, तो वे इस ट्रैप की ओर आकर्षित होते हैं और उसमें लगे ग्लू में चिपककर मर जाते है. आज उनकी फसलों में नुकसान न होने से पैदावार दोगुनी हो गई है. अन्य किसान भी इस विधि को अपनाकर अपने खेतों और ग्रीन हाउस एरिया में इसका प्रयोग कर रहे है.
किसान इस विधि का उपयोग करें
येलो स्टिकी ट्रैप तकनीक अत्यंत कारगर है. इसमें चिपचिपा जेल होता है जिसमें सुगंध होती है, जिससे कीट आकर्षित होते हैं और चिपककर मर जाते है. टमाटर, बैगन, पत्तागोभी, तोरई, खीरा, खरबूजा और तरबूज की फसलों को कीटों से बचाने के लिए किसान इस विधि का उपयोग कर रहे है.
छिड़काव का खर्च कम हो जाता
इस विधि से कई लाभ होते है. रसायनों के छिड़काव का खर्च कम हो जाता है और फसलों में जहरीले केमिकल्स नहीं पहुंचते. इसका प्रयोग बहुत आसान है और यह बाजार में आसानी से उपलब्ध है. प्रति पीस लगभग 50 रुपए का मिलता है और कीटों की समस्या बढ़ने पर इसका उपयोग बहुत प्रभावी साबित होता है.