सावन में नहीं जा पाए काशी या सोमनाथ? अब घर बैठे पाएं बाबा का प्रसाद, जानिए कैसे?

डाक विभाग बना आस्था का पुल
बनारस में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर और गुजरात के सोमनाथ मंदिर के बीच अब डाकघर आस्था की डोर को जोड़ रहा है. इस सावन में हजारों भक्तों ने इन मंदिरों का प्रसाद डाक के ज़रिए मंगवाया है. पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि यह सेवा श्री सोमनाथ ट्रस्ट और काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सहयोग से शुरू की गई है.
यदि कोई श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर का प्रसाद पाना चाहता है, तो उसे 251 रुपये का ई- मनीऑर्डर अपने नजदीकी डाकघर से प्रवर अधीक्षक डाकघर, वाराणसी पूर्वी मंडल के पते पर भेजना होगा.
ई-मनीऑर्डर मिलते ही स्पीड पोस्ट के जरिए प्रसाद घर तक भेज दिया जाएगा. इस प्रसाद में काशी विश्वनाथ की तस्वीर, रुद्राक्ष की माला, बेलपत्र, रक्षासूत्र, रुद्राक्ष मनका, महामृत्युंजय यंत्र और अन्य पूजन सामग्री शामिल होंगे.
वहीं गुजरात में विराजे सोमनाथ मंदिर का प्रसाद पाने के लिए श्रद्धालु को केवल 270 रुपये का ई-मनीऑर्डर करना होगा. यह मनीऑर्डर मैनेजर, श्री सोमनाथ ट्रस्ट, प्रभास पाटन, जूनागढ़ (गुजरात) के पते पर भेजना होगा. इस सेवा के तहत 400 ग्राम का प्रसाद पैक भक्तों को स्पीड पोस्ट से भेजा जाता है. सावन के दौरान इसकी डिमांड लगातार बढ़ रही है.
इस बात का रखें ध्यान?
पोस्टमास्टर जनरल यादव ने बताया कि मनीऑर्डर भेजते समय पूरा पता, पिनकोड और मोबाइल नंबर साफ-साफ लिखना अनिवार्य है, जिससे प्रसाद सही समय पर और सही व्यक्ति तक पहुंचे. इसमें किसी तरह की गड़बड़ी ना हो, इसके लिए विशेष निगरानी भी की जा रही है.
श्रद्धा और तकनीक का सुंदर संगम
सावन जैसे पवित्र अवसर पर यह सेवा श्रद्धा और तकनीक का मेल बन गई है. अब कोई भी भक्त चाहे वह किसी भी कोने में हो, बाबा विश्वनाथ और सोमनाथ के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित कर सकता है और उनका आशीर्वाद घर बैठे प्राप्त कर सकता है. यह सेवा न सिर्फ सहूलियत देती है, बल्कि आस्था को भी मजबूत करती है.