अब रेलवे स्टेशन पर गूंजेगा वंदे मातरम्! 50 एलईडी पर बजेगा जन-गण-मन, यात्रियों को मिलेगा नया अनुभव

मुरादाबाद: अगर आप रेलवे स्टेशन पर इंतज़ार करते हुए मोबाइल में घुसे रहते हैं, तो अब ज़रा नज़रे उठाकर एलईडी स्क्रीन की ओर देखिएगा. अब वहां सिर्फ विज्ञापन नहीं, बल्कि आपके अंदर देश प्रेम जगाने वाले तराने भी गूंजेंगे. मुरादाबाद रेल मंडल की ये नई पहल ना सिर्फ यात्रियों का मनोरंजन करेगी, बल्कि उन्हें भारतीय सेना और स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान की याद भी दिलाएगी.
रेलवे ने मुरादाबाद, बरेली, हरिद्वार और देहरादून जैसे प्रमुख स्टेशनों पर 50 नई एलईडी स्क्रीन लगाने का काम शुरू कर दिया है. इन स्क्रीन पर सामान्य दिनों में कंपनियों और व्यापारियों के विज्ञापन तो दिखाए ही जाएंगे, लेकिन विशेष अवसरों पर देशभक्ति गीत भी चलाए जाएंगे, जो यात्रियों को देश के प्रति गर्व से भर देंगे.
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह पहल ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद की जा रही सजावट और बदलावों का हिस्सा है. इससे पहले भी स्टेशनों को तिरंगे रंग से सजाया गया था और अब एलईडी स्क्रीन और सैनिक सम्मान बेंच के ज़रिए देशभक्ति की भावना और गहरी की जा रही है.
प्लेटफॉर्म नंबर एक, दो और तीन पर एलईडी स्क्रीन लगाई जा रही हैं. वेटिंग हॉल और पूछताछ केंद्र के पास भी बड़ी स्क्रीन लगाई जा रही है, जिससे इंतज़ार कर रहे यात्रियों को जानकारी और प्रेरणा दोनों मिल सके. स्टेशन के अधिकारी यह तय करेंगे कि कौन से अवसर पर देशभक्ति गीत बजाए जाएंगे. जैसे- स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस.
प्लेटफॉर्म पर लगाए जाएंगे सैनिकों को सम्मान में बेंच
मुरादाबाद डिवीजन के जिन स्टेशनों पर यह मुहिम चल रही है, वहां प्लेटफॉर्म एक पर ‘सैनिक सम्मान बेंच’ भी लगाए गए हैं. ये बेंच भारतीय सेना के गौरव को नमन करते हैं और यात्रियों को उस त्याग की याद दिलाते हैं जो देश के वीर जवानों ने किया है. ये बेंच प्रतीक हैं उन सैनिकों के प्रति कृतज्ञता का, जिन्होंने अपनी जान देश के लिए न्यौछावर कर दी.
देशभक्ति की यह गूंज सिर्फ गीतों और रंगों तक सीमित नहीं है. स्टेशन पर शहर के 18 स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीरें भी लगाई गई हैं. इनमें नवाब मज्जू खां, सूफी अंबा प्रसाद, वैद्य हरिप्रसाद शर्मा, प्रो. राम सरन, मास्टर रामकुमार और पंडित मनुदत्त शास्त्री जैसे नाम शामिल हैं, जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए संघर्ष किया. इन तस्वीरों के ज़रिए नई पीढ़ी को अपने नायकों से जोड़ने की कोशिश की जा रही है.
रेलवे की यह पहल देशप्रेम, प्रेरणा और पब्लिक अवेयरनेस का अनोखा मेल है. यात्रियों को जहां विज्ञापन से जानकारी मिलेगी, वहीं देशभक्ति गीतों और सेनानियों की तस्वीरों से भावनाओं को भी एक नई दिशा मिलेगी.